मंजुलता मिरी: मेरा नाम मंजुलता मिरी है। मेरे पति का नाम परसराम मिरी है। मैं दलित समुदाय से हूँ। छत्तीसगढ़ के महासमुंद ज़िले के पिथौरा

युवाओं की दुनिया
मंजुलता मिरी: मेरा नाम मंजुलता मिरी है। मेरे पति का नाम परसराम मिरी है। मैं दलित समुदाय से हूँ। छत्तीसगढ़ के महासमुंद ज़िले के पिथौरा
ହେମାଙ୍ଗିନୀ ମହାଲିଙ୍ଗ:(हेमांगिनी महालिंगा): ଆମେ ପ୍ରତେକ ବର୍ଷ ଜୁନ୍ ମାସ ପାଞ୍ଚ ଦିନସାରା ବିଶ୍ବରେବିଶ୍ବ ପରିବେଶ ଦିବସ ରୂପେ ପାଳନ କରିଥାଉ ।ବିଶ୍ବ ପରିବେଶ ଦିବସ କହିଲେ ଆମେ କ’ଣ ବୋଲି ବୁଝୀଥାଉ। ବିଶ୍ବ
मुनीष कुमार: 30 मई, 1930 भारत के इतिहास का अविस्मरणीय दिन है। इस दिन उत्तराखंड के बड़कोट में स्थित तिलाड़ी के मैदान में अपने अधिकारों
छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन: 2005: हाथी टास्क फोर्स द्वारा समीक्षा के आधार पर हसदेव अरण्य क्षेत्र में लेमरू हाथी अभयारण्य प्रस्तावित किया गया। 2007: पहली कोयला
युवानिया डेस्क: हसदेव अरण्य, देश के मध्यपूर्व के छत्तीसगढ़ राज्य में आने वाला एक सघन वन क्षेत्र है। करीब 1 लाख 70 हज़ार हेक्टेयर इलाके
युवानिया डेस्क: जिस गति से पर्यावरण में बदलाव आ रहे हैं, वह किसी एक इलाके के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के