हमारे गाँव के सरकारी विद्यालय में समय पर अध्यापकों का नहीं आना, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों के साथ… READ MORE
मेरे पापा ऐसी परिस्थिति से एकदम भी नही घबराते हैं। उनका हँसता हुआ चेहरा हम सभी को बहुत हिम्मत दे… READ MORE
|
जब मांडवी बीडीओ के दफ्तर पहुंची तो उसके स्टाफ ने कहा कि 1100 रुपए देंगी तो आपको जोड़ देंगे। यह… READ MORE
शंभू लाल भील: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ ज़िले के गाँव सजनपुरा की भील बस्ती में 38 वर्षीय आदिवासी भील जनजाति की… READ MORE
बचपन में मैं सरकारी विद्यालय में पढ़ती थी तो वहाँ हमारे साथ जाति के आधार पर भेदभाव किया जाता था,… READ MORE
नरेश धड़कार एक गरीब घर से थे I वो एक कारीगर थे, जो रोज़ बांस की टोकरी और गर्मी के… READ MORE
मनोज कुमार: जौनपुर उत्तर प्रदेश, ग्राम सभा दुधौरा में कुछ सरकारी भूमि थी जिस पर 10 वर्ष पहले इकबाल अहमद… READ MORE
महिपाल मोहन: इस साल अप्रैल माह की शुरुआत में मुझे उत्तराखंड के पिंडारी ग्लेशियर के पास के खाती और बाछम… READ MORE
दीपक काम्बले: लातूर जिल्ह्यातील जळकोट सलुक्यातील खेलदरा या गावाचे गरीब कुंटुंब प्रकाश रावण, पत्नी सोनाली प्रकाश गोन्टे महाराष्ट्राला लागून असलेल्या… READ MORE
युवानिया पत्रिका, युवाओं को उनकी सोच को कलमबद्ध करने का एक मंच देने का प्रयास है। इस पत्रिका के माध्यम से हम मुख्यतः युवा मन के विचारों को सामने लाना चाहते हैं। साथ ही आस-पास के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिदृष्य पर युवाओं के विचारों को भी साझा करना चाहते हैं।
Designed with WordPress