गोपाल लोधियाल: पहाड़ों में हैं गाँव सूने, तुम चले हो जश्न मनाने?जो पीड़ा थी तब हिया में, वही आज भी मेरे हिया में। 23 साल

युवाओं की दुनिया
गोपाल लोधियाल: पहाड़ों में हैं गाँव सूने, तुम चले हो जश्न मनाने?जो पीड़ा थी तब हिया में, वही आज भी मेरे हिया में। 23 साल
नौशेरवाँ आदिल: मेरा नाम नौशेरवाँ आदिल है। मैं अररिया बिहार का रहने वाला हूँ और इस्लाम धर्म के सेखडा जाति से हूँ। मैं एक मध्यमवर्गीय
महिपाल मोहन: इस साल अप्रैल माह की शुरुआत में मुझे उत्तराखंड के पिंडारी ग्लेशियर के पास के खाती और बाछम गाँव में जाने का मौका
मनिषा शहारे: नमस्कार! मैं आज भुईनिंब के पौधे के बारे में बताने जा रही हूँ। भुईनिंब एक जंगल में मिलने वाला एक छोटा सा पौधा
शुभम: तुम मौज उड़ाया करते होतुम मौज उड़ाया करते होयूं धुआं उड़ाए जाते हो, तेल का दाम बढ़ाए जाते होयूं लहू बहाए जाते हो, यूं
राहुल: अक्सर यह कहा जाता है कि हमारे देश में केवल अमीरों द्वारा ही टैक्स भरा जाता है। किसान, मज़दूर व अन्य गरीब वर्ग कुछ