पढ़ने की उम्र में पेट पालने की मजबूरी

कमलजीत कौर:   “हुर्रर्रर्र… हेहेहेहे…हौ…हेहेहेहे…हौ…” सूरज ने डरावनी सी आवाज़ निकाली और देखते ही देखते बाग़ से भागते पक्षियों ने आसमान भर दिया। सूरज नाशपाती के

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सपनों के ऊपर सपना: कोडरमा झारखंड के प्रवासी मज़दूर गुड्डू सिंह की कहानी

रोजालिया तिर्की: गुड्डू सिंह, उम्र 28 वर्ष, नवाडीह थाना, मरकचो ज़िला कोडरमा झारखंड का स्थाई निवासी है। पिछले दिनों परिवार की माली हालात ठीक नहीं

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साकड़ म.प्र. में आयोजित मज़दूर वर्कशॉप का अनुभव

राजू राम: साकड़ में बंधुआ मज़दूरी और उसके उन्मूलन के मुद्दे के बारे में समझ बनाने के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न संगठनों

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अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस पर ईरानी मज़दूर साबिर हका की कविताएँ 

अनुवाद: गीत चतुर्वेदी  ईरानी मज़दूर साबिर हका की कविताएँ तड़ित-प्रहार की तरह हैं। साबिर का जन्‍म 1986 में ईरान के करमानशाह में हुआ। अब वह

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असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों के लिए मददगार साबित हो रही है इंडिया लेबरलाइन

आशुतोष मिश्रा: इंडिया लेबरलाइन (1800-833-9020) एक मज़दूर जो अपनी आजीविका के लिए घर छोड़कर इस आशा के साथ पलायन करता है कि उसे रोज़गार मिलेगा।

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प्रवासी मज़दूरों के बारे में क्या कहता है नया श्रम कानून?

राजू और स्वप्निल: 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 5.6 करोड़ अंतर्राज्यीय प्रवासी हैं, जिनमें से अधिकांश उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और मध्य

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