शिवजी किराड़े: मध्यप्रदेश में आदिवासी (भील, बारेला, भीलाला) समाज में दीवावी एक अनोखा त्यौहार है। आदिवासी समाज में दीवावी का सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है।

युवाओं की दुनिया
शिवजी किराड़े: मध्यप्रदेश में आदिवासी (भील, बारेला, भीलाला) समाज में दीवावी एक अनोखा त्यौहार है। आदिवासी समाज में दीवावी का सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है।
युवानिया डेस्क: एक बारह साल के भिलाला आदिवासी लड़के ने स्कूल में दीवार पर टंगा हुआ विश्व का नक्शा देखा। उसे लगा कि नक्शे में
युवानिया डेस्क: ये कहानियाँ जामसिंह पिता मटला ग्राम लखनकोट; सुरबान, ग्राम ककराना; शंकर तड़वाल, अलीराजपुर; मुकेश डुडवे, बड़वानी आदि लोगों से पूछकर संकलित की गई
(बारेली लोकगीत) निवी गोफन पेवो पागडो रे, आमु वासी ने भीलड़ा,काव्यो बुले लेदा रे ,आमु वासी ने भील।खेड़ी – खेडी ने रसे वाव्या रे आमु
सुरेश डुडवे: मध्यप्रदेश के बड़वानी, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, खरगोन तथा खंडवा जिलों में भील, भिलाला एवं बारेला समुदाय के आदिवासी समाज रहते हैं। प्रकृति के