इन प्रथाओं में विधवा और परित्यकता महीलाओं को शामिल नहीं किया जाता है। उनके हाथ से कुमकुम लगाना या शुभकार्य में उनका सहभागी होना अशुभ माना जाता है।
Author: समिक्षा / Samiksha
समीक्षा, महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले से हैं और सामाजिक परिवर्तन शाला से जुड़ी हैं। वह कष्टकारी जन आन्दोलन के साथ जुड़कर स्थानीय मुद्दों पर काम कर रही हैं।
हा कोरोना कधी जाईल व माय
समीक्षा: (मराठी कविता) हा कोरोना कधी जाईल व माय ….. आम्ही गरीबांनी सांगा खाव काय.. नाही चिल्लर ,नाही नोट मोदी सरकार म्हणे वाजवा ताट. शासन