एक भारत ऐसा भी होगा : कविता

वर्षा बर्मन:

एक भारत ऐसा भी होगा
भले हर कण में यहाँ राम होगा, आयत सा पाक कुरान होगा
पर जब बात आयेगी राष्ट्र की तो सबसे सर्वोच्च संविधान होगा – 2

हम भारत के लोग, करेंगे लोकतंत्र की रक्षा,
धर्म जाति के नाम पे न चुनाव होगा,
हम नहीं लड़ेंगे क्षेत्रीयता के आधार पर यहाँ पार की रेत से सियाचिन के आसमान तक सब राष्ट्र की
अखंडता का प्रमाण होगा – 2

एक भारत ऐसा भी होगा,
विविधता विविधता चीखते हुए हिंदी नहीं थोपेंगे सब पर – 2
हर बोली, हर संस्कृति, हर रंग का यहाँ सम्मान होगा – 2
हम करेंगे नेहरू के पंचशील सिद्धांतो का अनुसरण – 2
गाँधी का सर्वोदय भी हमारा अभिमान होगा।

और क्यों मान लें GDP को बस विकास का पैमाना – 2
स्वास्थ्य, शिक्षा पर भी सबका अधिकार होगा
और अधिकार की मांग पर नहीं भूलेंगे अपने कर्तव्यों को हम
उम्र खर्च कर देंगे सत्य और निष्ठा की राह पर
हमारे कर्मों का ऐसा ईमान होगा – 2

एक भारत ऐसा भी होगा,
चूड़ियों और पायल को नहीं बनने देंगे हम बेटियों की बेडियाँ – 2
यहाँ चावला का उड़ान भी होगा, लक्ष्मीबाई का बलिदान भी होगा
हमारा ऐसा हिंदुस्तान होगा – 2

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  • वर्षा / Varsha

    वर्ष, छत्तीसगढ़ के कोरिया ज़िले के फुलझर गाँव से हैं। उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी में स्नातक किया है। वर्तमान समय में वर्षा छत्तीसगढ़ लोक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। वह एक अच्छी प्रशासक बनना चाहती हैं।

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