क्यूंकि मैं मुसलमान हूँ !

नौशेरवाँ आदिल:  
 
तुम मंदिरों में करो पूजा-पाठ तो तुम देश भक्त, 
मैं मस्जिदों में पढ़ूँ नमाज़ तो में आतंकवादी! 

तुम रामनवमी में तलवार लेकर चलो तो यह तुम्हारी श्रद्धा है,
में मुहर्रम में तलवार लेकर चलूँ, तो यह किसी युद्ध के संकेत हैं!

तुम्हारे मंदिरों में बजते हैं घंटे तो यह श्रद्धा है, 
मैं मस्जिदों में दूँ अज़ान तो यह कान में लगते हैं! 

तुम मुसलमान की लड़की से करते हो प्यार, तो इसे देते हो घर वापसी का नाम 
मैं करूँ हिंदू लड़की से प्यार, तो यह है लव जिहाद की चाल!

है दीपावली आपकी तो मज़े से फोड़ते हैं बम,पटाखे और राकेट, 
अगर होती दीपावली हमारी तो हम पर लगते बम बनाने और देश का माहौल बिगाड़ने का इलज़ाम!

क्यूंकि मैं मुसलमान हूँ !!!

फीचर्ड फोटो आभार: बीबीसी

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  • नौशेरवाँ आदिल / Nausherwan Aadil

    नौशेरवा आदिल अररिया बिहार से हैं और जन जागरण शक्ति मंच संगठन के साथ युवाओं के मुद्दों पर काम कर रहे हैं। आदिल सामाजिक परिवर्तन शाला से भी जुड़े हैं।

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