राजू और स्वप्निल:

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के आँकड़े बताते हैं कि विश्व में कार्यरत जनसंख्या का 61%, असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि इनमें से 38 करोड़ से अधिक असंगठित मज़दूर भारत के हैं। ताज्जुब की बात ये है कि भारत सरकार के पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है जो यह बताता हो कि देश में कुल कितने असंगठित मज़दूर है। शायद यही वजह थी कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार को असंगठित एवं प्रवासी मज़दूरों को राहत देने में समस्या का सामना करना पड़ा। अपनी इसी विफलता को सुधारने और भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए केंद्र सरकार ने 26 अगस्त 2021 को श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय ने असंगठित कामगारों के बारे जानकारी एकत्रित करने के लिए ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की।

ई-श्रम पोर्टल असंगठित श्रमिकों के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस है जिसमे असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण होता है। इसमें पंजीयन करके असंगठित श्रमिक, सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।

सरकार ने इ-श्रम पोर्टल क्यों लॉंच किया?

ई-श्रम पोर्टल के आने से से पहले, हर राज्य सरकार पर ये दरोमदार होता था कि अपने प्रदेश में असंगठित मज़दूरों का डाटा/जानकारी इकट्ठा करे। पिछले कुछ वर्षों से ऐसा प्रतीत हुआ कि राज्य सरकारों का डेटा अधूरा और नाकाफ़ी है। राज्य सरकार अपना डेटा दूसरे प्रदेश और केंद्र सरकार से साझा भी नहीं करती थी। इन्हीं कुछ परेशानियों को देखते हुए ये फैसला लिया गया कि सारे असंगठित मज़दूरों का एक केंद्रीकृत डेटा होना ज़रूरी है। ई-श्रम पोर्टल एक केंद्रीकृत डेटाबेस है जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर सभी असंगठित कामगारों का डाटा रखा जायेगा। इससे सरकार असंगठित कामगारों के लिए बनी विभिन्न सरकारी सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं के लाभ को कामगारों तक आसानी से पहुँचा पायेगी। इसमें विशेष रूप से प्रवासी मज़दूरों को मुख्य भूमिका दी गयी है। इसके अलावा भविष्य में कोविड-19 जैसे महामारी या राष्ट्रीय संकट की स्थिति में कामगारों को सीधा लाभ एवं ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को एक व्यापक डेटाबेस उपलब्ध कराना भी इसका एक उद्देश्य हैं।

ये पोर्टल किसके लिए हैं?

सारे असंगठित कामगार जो कि 18 से 59 वर्ष के हैं, ऐसे सभी लोग इस पोर्टल पर पंजीयन (खुद से या लोक सेवा केंद्र पर जाकर) करवा सकते हैं। लेकिन शर्त यह है कि वो व्यक्ति  EPFO/ESIC का सदस्य न हो और न ही करदाता हो।

असंगठित कामगार कौन हैं?

कोई भी कामगार जो असंगठित क्षेत्र में एक गृह आधारित-कामगार, स्व-नियोजित कामगार या मज़दूरी पाने वाला कामगार है, वो सभी असंगठित कामगार की श्रेणी में आते हैं। जैसे- वेतन पर खाना बनाने वाले लोग (जिसे सामान्य भाषा में बाई/कुक के नाम से जानते हैं), सफाई कर्मचारी, गार्ड, कुली, रिक्शा/टैक्सी चालक, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता, आशा कार्यकर्ता, ठेले पर सामान बेचने वाला, वेटर, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, नाई, मोची, दर्ज़ी, बढ़ई, प्लम्बर, सुथार, पुताई वाला, खेतीहर मज़दूर, नरेगा में काम करने वाला, खदान में काम करने वाला, मूर्तियां बनाने वाला, मछुवारा, चरवाहा, दूध बेचने वाला, दुकानदार, पशुपालक, निर्माण श्रमिक इत्यादि। इसके अलावा संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगार भी इस पोर्टल पंजीयन करवा सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि वो ईपीएफओ (EPFO) या ईएसआईसी (ESIC) का सदस्य ना हों।

पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज

ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन के लिए आधार कार्ड होना ज़रूरी है, इसके साथ ही एक फोन नंबर जो कि आधार से जुड़ा हुआ हो और साथ ही बैंक खाता होना भी आवश्यक है। लेकिन अगर फोन नम्बर नहीं है तो नजदीकी लोक सेवा केंद्र/CSC पर जाकर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से पंजीयन कराया जा सकता है।

ई-श्रम कार्ड के विभिन्न लाभ

पंजीयन के बाद श्रमिकों को 12 अंक का एक ई-श्रमिक कार्ड जारी किया जायेगा, जो पूरे देश में मान्य होगा। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिक, सरकार द्वारा बनाई गई विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकता है। ई-श्रम पात्रता के अंतर्गत असंगठित मज़दूरों को 2 लाख तक का दुर्घटना बीमा, तथा सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जैसे- प्रधान मंत्री श्रम योगी मान-धन पेंशन योजना, दुकानदारों, व्यापारियों और स्व-नियोजित व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण), आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना), हाथ से मैला ढोने वालों के पुनर्वास हेतु स्व-रोज़गार योजना (संशोधित) इत्यादि का लाभ मिलने का प्रावधान हैं। और भविष्य में आपातकालीन और राष्ट्रीय महामारी की स्थिति में, सभी पंजीकृत असंगठित कामगारों को आवश्यक सहायता प्रदान करने में यह पोर्टल जानकारी प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगा।

इस पोर्टल पर पंजीयन कैसे करे?

ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन दो तरीके से हो सकता है- 

1. श्रमिक खुद से अपने फोन पर पंजीयन कर सकते है। 

2. नजदीकी लोक सेवा केंद्र पर जा कर पंजीयन करवा सकते हैं।

खुद से पंजीयन कैसे करें ?

स्टेप 1. सबसे पहले ई- श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट https://eshram.gov.in/hi पर जाएँ;

स्टेप 2. वेबसाईट के दाएँ तरफ ‘ई-श्रम पर रजिस्टर करें’ लिखा हुआ है, वहां पर क्लिक करें;

स्टेप 3. नया पेज खुलने पर, आपको आधार से जुड़ा मोबाइल नम्बर दर्ज करना हैं, इसके नीचे पूछेगा कि आप EPFO या ESSIC  के सदस्य है या नही, यहाँ पर लिखना कि सदस्य नही हैं;

स्टेप 4. आपके पास आधार से जुड़े फोन नंबर पर OTP आयेगा उसको दर्ज करें;

स्टेप 5. इसके बाद अपना आधार नंबर डालना होगा;

स्टेप 6. आधार से जुड़े फोन नंबर पर OTP आयेगा उसको दर्ज करना है;

स्टेप 7. इसके बाद मुख्य पृष्ठ खुलेगा जिसमे शैक्षणिक योग्यता, आय, बैंक खाता और अन्य व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करनी होती है;

स्टेप 8. आवेदन जमा करने से पहले एक बार फिर से OTP आयेगा उसको दर्ज करना है, इसके बाद आवेदन जमा कर दें;

स्टेप 9. अंत में ई-श्रम कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत कामगारों की सुविधा के लिए सरकार ने एक टोल फ्री नंबर 14434 भी जारी किया है, जिस पर फोन करके कामगार ई- श्रम कार्ड के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

लोक सेवा केंद्र/CSC पर पंजीयन कैसे होता है यह जानने के लिए यह विडियो देखें-

फीचर्ड फोटो आभार: फ्लिकर

Authors

  • राजू राम / Raju Ram

    राजू ,राजस्थान के जोधपुर ज़िले से हैं और व्हाई.पी.पी.एल.ई. (YPPLE) के तौर पर सामाजिक न्याय केंद्र के साथ जुड़े हैं। वर्तमान में राजू मध्य प्रदेश में जेनिथ सोसायटी फॉर सोशियो लीगल एम्पावरमेंट संगठन के साथ कार्य कर रहे हैं। वह बास्केटबॉल खेलना एवं किताबें पढ़ना पसंद करते हैं।

  • स्वप्निल / Swapnil

    श्रुति से जुड़े मध्य प्रदेश के संगठन जेनिथ सोसाइटी फॉर सोशियो लीगल एम्पावरमेंट को बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले स्वप्निल, संगठन के कार्यकर्ता हैं। स्वप्निल पेशे से वकील हैं जो क्षेत्र के युवाओं के साथ मिलकर अलग-अलग मुद्दों पर काम की पहल कर रहे हैं। उन्हें खेलकूद करना और फोटोग्राफी करना पसंद करते हैं।

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