देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैल रहा है किसान आन्दोलन

युवानिया डेस्क:

पिथौरा (छत्तीसगढ़): महासमुन्द जिले के, पिथौरा शहर में 18 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के मौके पर केन्द्र सरकार के द्वारा लाए गए किसान-मज़दूर विरोधी तीन कानून वापसी के लिए किसानों-मज़दूरों की एक बड़ी सभा व रैली का आयोजन किया गया। इसमें काफी बड़ी तादाद में महिला और पुरुष किसान-मज़दूरों ने भाग लिया। कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका राजिम दीदी रहीं जो कि महिला किसान अधिकार मंच की मुख्य संयोजिका भी है। 

इस कार्यक्रम में महिलाओं की बड़ी भागीदारी रही। पिथौरा के खेल मैदान में उपस्थित होकर एक जनसभा का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं का उद्बोधन प्रबोधन, हुआ सभी ने इन जनविरोधी कानूनो की वापसी के लिए हुंकार भरी तथा इस आंदोलन को देशव्यापी जन आन्दोलन बनाने के लिए अपील किया। उसके पश्चात रैली खेल मैदान से निकल कर थाना चौक होते हुए बस स्टैंड के रास्ते गुज़र कर तहसील कार्यालय पहुंची जहां तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। उपस्थित समस्त जन समुदाय को पिथौरा के स्थानीय सिक्ख समुदाय ने लंगर खिलाया।

इसके साथ राष्ट्रीय किसान आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान के आव्हान पर एक दिवसीय धरना व आरंग टोल नाके पर 06 फरवरी 2021 को चक्काजाम भी आयोजित किया गया।


जौनपुर (उत्तर प्रदेश): 26 जनवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में अंबेडकर तिराहे पर इकट्ठा होकर किसान आंदोलन को ताकत प्रदान करने के लिए जन सभा का आयोजन किया। इस सभा में  जिले के दर्जनों किसान संगठनों के किसान नेता, कार्यकर्ता व किसानों ने हिस्सा लिया। किसान नेताओं ने कहा है कि यदि सरकार अपने 3 जनविरोधी कानूनों को वापस नहीं लेती है तो किसान संघर्ष समिति जनपद के साथ ही पूरे पूर्वांचल में किसान आंदोलन को ताकत प्रदान करने के लिए घर-घर जाकर किसानों को संगठित करेगी। 


फ़ैज़ाबाद (उत्तर प्रदेश): अवध पीपुल्स फोरम के ऑफिस सहादत अली ख़ाँ की छावनी में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर युवाओं और बच्चों के साथ मिलकर झंडारोहण करने के साथ संविधान की प्रस्तावना की शपथ लेते हुए किसान आंदोलन का समर्थन और विभिन्न तरह से चल रहे संघर्षों को सलाम किया गया। पहाड़गंज, वाल्मीकि कालोनी, फ़ैज़ाबाद में भी समुदाय के बीच झंडारोहण और संविधान की उद्देशिका की शपथ ली गई। युवाओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में पोस्टर बनाया।


दिल्ली: 26 जनवरी को DYAF के युवा कलाकारों ने पोस्टर के माध्यम से किसान आन्दोलन के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।


अररिया (बिहार): 26 जनवरी 2021 के अवसर पर, किसान आन्दोलन के समर्थन में, अररिया ज़िले में ट्रैक्टर रैली निकाली गयी और पोस्टर पकड़कर मानव श्रृंखला भी बनायी गयी। रैली में 200 से अधिक किसान अपने ट्रेक्टर लेकर आए थे। कई लोग तो अपनी मोटर साईकिल और बैलगाड़ी भी लेकर आए हुए थे। 1100 से अधिक किसान इस आन्दोलन में शामिल हुए। कईं महिला किसानों एवं युवा छात्र-छात्राओं ने भी रैली में भाग लिया।


बराहचट्टी (बिहार): गया जिले के बराहचट्टी में 6 फरवरी की दोपहर 12:30 से 1:30 के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 (एनएच-2) पर मज़दूर किसान समिति के साथियों ने किसान आंदोलन के समर्थन में चक्काजाम किया। 


मुंबई (महाराष्ट्र): 24, 25 और 26 जनवरी को मुंबई में किसान आंदोलन के समर्थन में आजाद मैदान में सारे प्रगतीशील संगठन, ट्रेड यूनियन  और राजनीतिक दल एक साथ आए और आन्दोलन को आगे बढ़ाया।


छिन्दवाड़ा (मध्य प्रदेश): जिले में एन.एच. 547 बनगांव चैराह, ताना नगर में दोपहर 12ः00 बजे से 03ः00 बजे तक चक्का जाम किया गया। चक्का जाम के दौरान किसानों द्वारा एक महापंचायत भी की गई।


तिरुपति (आंध्र प्रदेश): किसान आन्दोलन के समर्थन में 26 जनवरी को तिरुपति में किसानों द्वारा रैली निकली गई।


जमशेदपुर (झारखंड): किसान आंदोलन एकजुटता मंच ने 26 जनवरी को बाइक, ट्रैक्टर और कार रैली निकली।


महुआडांड़, लातेहार (झारखंड): किसान विरोधी कानून को वापस करने, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना को रद्द कराने, टूडारमा डैम के प्रस्ताव को रद्द कराने, भुईहर मुंडा को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल कराने और पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया के नाम पर 8 गाँव को खाली करने के टाइगर प्रोजेक्ट के खिलाफ महुआडांड़ प्रखण्ड, लातेहार में रैली निकाली गई और विरोध प्रदर्शन किया।


चित्तौरगढ़ (राजस्थान): 21 जनवरी को गांव में सरकार द्वारा घोषित किसान विरोधी कानून का विरोध जताते हुए, किसान आंदोलन के बारे में गांव वालों से बातचीत की गयी और राष्ट्रपति के नाम चिठ्ठी लिखकर दी गयी।


कोयंबटूर (तमिल नाडू): किसान आन्दोलन के समर्थन में वीटीएमएस, तमिलनाडु फार्मर्स फेडरेशन और साउथ इंडिया फार्मर्स फेडरेशन के लोगों ने मिलकर राज्य भर में रैली-धरना किया और 6 फरवरी 2021 को कोयंबटूर में चक्का जाम का आयोजन किया।


बलांगीर (ओड़िशा): जिंदाबाद संगठन और राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने बलांगीर ज़िले में 26 जनवरी को किसान आन्दोलन के समर्थन में रैली निकाली।


झारसुगुड़ा (ओड़िशा):

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