रासमनी तांती:
आज है विश्व पर्यावरण दिवस
क्या आन पड़ी मनाने को पर्यावरण दिवस
जो हो गये मानव पेड़-पौधे लगाने को विवश
प्रकृति से करते हैं छेड़छाड़, पूरा करने अपनी दिल की हवस
पर्यावरण करता है सबका भरण-पोषण
इसलिए ना करना तू इसका शोषण
सदाबहार हो चाहे पतझड़ समशीतोषण
करता है हर वक़्त जीव कल्याण हर छण
पेड़-पौधे खूब लगाएं
प्रदूषण को दूर भगाएं
जंगलो में ना आग लगाएं
प्रदूषण मुक्त देश बनाएं
पाना है खान-पान और ऑक्सीजन
तो मत लेना टेंशन करी अनशन
बस करो जागरूक अभियान जन-जन
सेवा करो निस्वार्थ भाव से तन-मन-धन
मत बनो नदान, ना खोलो खदान
जिससे ख़त्म होती है विधि-विधान
बन जाएगा ये प्रकृति कूड़ादान
कहीं पहुँच ना जायें हम कब्रिस्तान
क्यूंकि ये है पर्यावरण
करता है भरण पोषण
लेता भी है जीवन हरण
इसलिए करना पेड़-पौधों को स्पर्श चरण