पश्चिम बंगाल के सुंदरबन क्षेत्र के एक स्कूल की कहानी

महिपाल मोहन: शिक्षा पाना हर एक बच्चे का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन क्या स्कूल चले जाने मात्र से ही वो हक इन्हें मिला जाता है?

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संकरे होते ग्रामीण बच्चों की शिक्षा के रास्ते

जिनित सामाद: “शिक्षा का अंतिम उत्पाद एक मुक्त रचनात्मक मानव होना चाहिए, जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ाई लड़ सके।” यह विचार

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