मोहन सिंह:
जब से बनी रे सरकार
लूट रही जनता को – 2
जनता को भाई जनता को – 2
मनमाने कानून बनाए..
जनता की फिर वाट लगाए
जब से बनी रे सरकार
लूट रही जनता को x 2
खेती और मजदूरी वाले,
इनको है खाने के लाले
मौज करे मंत्री-व्यापारी
मिलकर खाये खूब मलाई
जब से बनी रे सरकार
लूट रही जनता को – 2
जंगल के कानून बनायो
संसाधन पूँजीपति पे लुटायो
रोज नए कानून बनायो
ज़बरदस्ती कर सबको डरायो
लोग हो रहे परेशान
लूट रही जनता को – 2
गाँव-गाँव स्कूल खुलवायो
शिक्षक पढ़ावे तक ना आयो
फिर भी हो रहे पास..
लूट रही जनता को – 2
जबसे बनी रे सरकार
लूट रही जनता को – 2
कोरोना एक वाइरस आयो
जनता को खूब सतायो
गुजरात-दिल्ली से पैदल चलवायो
आपदा में अवसर दिलवायो ।
जबसे बनी रे सरकार
लूट रही जनता को
जीएसटी लगायो, नोटबंदी भी करायो
जनता से कागज मंगवायो
जात-धर्म में हमको लड़वायो
लाइन में खड़े बेहाल
लूट रही जनता को – 2
जब से बनी रे सरकार
लूट रही जनता को – 2
