बीना कुमारी दंडपाट: सबे सुना रे, रोजी-रोटी हमर अधिकारअरे दीदी भैयामान, रोजी-रोटी हमर अधिकार हर हाथे काम रहे, कोई न… READ MORE
युवानिया पत्रिका, युवाओं को उनकी सोच को कलमबद्ध करने का एक मंच देने का प्रयास है। इस पत्रिका के माध्यम से हम मुख्यतः युवा मन के विचारों को सामने लाना चाहते हैं। साथ ही आस-पास के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिदृष्य पर युवाओं के विचारों को भी साझा करना चाहते हैं।
Designed with WordPress