हाफीज़ किद्वाई: इन्हें भोजपुरी का शेक्सपियर कहते हैं, मगर मुझे ऐसी संज्ञाएँ नापसंद हैं। अगर कोई शेक्सपियर को पश्चिम का भिखारी ठाकुर कहे, तो मुझे

युवाओं की दुनिया
हाफीज़ किद्वाई: इन्हें भोजपुरी का शेक्सपियर कहते हैं, मगर मुझे ऐसी संज्ञाएँ नापसंद हैं। अगर कोई शेक्सपियर को पश्चिम का भिखारी ठाकुर कहे, तो मुझे
आफाक: विकास की बयार में घर, मकान और दुकान के साथ बहुत कुछ उजड़ रहा है। हमारा गाँव पहाड़गंज घोसियाना है, घोसियाना दो हिस्सों में
राजेश उपाध्याय: पाश का पूरा नाम अवतार सिंह संधु था, वे एक युवा पंजाबी कवि थे। उन्होंने युवा सपनों की कविताएं लिखी, अपने देश के
तरुण जोशी: गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ का नाम लेते ही आपके सामने जो तस्वीर उभरती है वो एक बेहद नम्र, खुशनुमा और सही अर्थों में कहें
सिद्धार्थ: गोरख पाण्डे हिन्दी साहित्य के उन कुछ गिने चुने नामों में से हैं जिन्होंने कविता लेखन की प्रचलित शैलियों से इतर, एक अलग अंदाज़
शिवांशु: पिछले दिनों मैं फिल्म देखने के क्रम में था उस दौरान मुझे खोजते हुये एक मराठी फिल्म मिली नाम था “कोर्ट” मैंने वो फिल्म