पितृसत्तात्मक समाज के निर्माता – महिला बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं है

एड. आराधना भार्गव: अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात से जुड़े पचास साल पुराने फैसले को पलट दिया। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने

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जब लोग हक़ को भीख और भीख को हक़ समझने लगें

अरविंद अंजुम: ईचागढ़ झारखंड प्रदेश का एक विधानसभा क्षेत्र है। इसी इलाके में सुवर्णरेखा नदी पर चांडिल बांध बना है जिसमें 116 गांव के 15

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भारतीय संविधान और प्रतिष्ठा/गरिमा और अवसर की समता

देवेंद्र: भारतीय संविधान और प्रतिष्ठा / गरिमा और अवसर की समता का अर्थ – मानव सभ्यता के इतिहास में समानता का विचार धीरे-धीरे विकसित हुआ

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साम्प्रदायिक दंगे और उनका इलाज: भगत सिंह के विचार

भगत सिंह:  (भगत सिंह का यह लेख 1928 में कीर्ति पत्रिका में छपा था) 1919 के जालियावाला बाग हत्याकाण्ड के बाद ब्रिटिश सरकार ने साम्प्रदायिक

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अनायास: जैसे हैं, वैसा ही दिखें

अरविंद अंजुम: “आपने अगर कोई भी निश्चय न किया हो तो इतना निश्चय करें कि सच्चा तो रहना ही है। सच्चे न रहे तो जितनी

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युवाओं की उड़ान को रोकती शादियाँ

शुभम पांडे:  भारतीय समाज के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो हमेशा से ही शादी-विवाह, समाज में यश स्थापित करने और परिवार की समृद्धि जताने और

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