फरीद आलम: शाॅर्ट फिल्म “पंडित उस्मान” से व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता-अखण्डता को विकसित करने वाली बंधुता की समझ का प्रयास। अकरम हसन

युवाओं की दुनिया
फरीद आलम: शाॅर्ट फिल्म “पंडित उस्मान” से व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता-अखण्डता को विकसित करने वाली बंधुता की समझ का प्रयास। अकरम हसन
विकास कुमार: “मुझे महसूस होता है कि मेरे हाथों में खून हैं।” यह शब्द परमाणु बम के पिता कहे जाने वाले वैज्ञानिक ओपनहाइमर के थे,