सिद्धार्थ: अमृता प्रीतम भारतीय साहित्य के कुछ उन चुनिन्दा नामों में से एक है जिन्होंने अपनी लिखावट को किसी एक खास फ़र्मे में बांधकर नहीं

युवाओं की दुनिया
सिद्धार्थ: अमृता प्रीतम भारतीय साहित्य के कुछ उन चुनिन्दा नामों में से एक है जिन्होंने अपनी लिखावट को किसी एक खास फ़र्मे में बांधकर नहीं
भयभीत मन मेधावी नहीं हो सकता अरविंद अंजुम: आपकी सोच – समझ में प्रज्ञा क्या है? क्या यह बड़ा ही जटिल प्रश्न नहीं है? प्रज्ञा
अमित: आज भी देश के गाँवों में ऐसा माहौल है कि एक दलित किसी उच्च जाति के लोगों के ख़िलाफ़, बिना पिटने की संभावना के