अमित: हमारे पड़ोसी के दो बेटे राहुल और शिवम अपनी तीन बकरियाँ हमारे खेत के किनारे चरा रहे थे। मैं उनके पास गया तो था,

युवाओं की दुनिया
अमित: हमारे पड़ोसी के दो बेटे राहुल और शिवम अपनी तीन बकरियाँ हमारे खेत के किनारे चरा रहे थे। मैं उनके पास गया तो था,
मनीषा शहारे: नांगलडोह गाँव, महाराष्ट्र के गोंदिया ज़िले के अर्जुनी मोरगाँव तालुका में आता है। यह गाँव 10 किमी दूर स्थित भरनोली गाँव की ग्रामपंचायत
सुमन चौहान: 20 साल तक अपने गाँव की वार्ड पंच रहीं, भील समुदाय की सनी बाई, गाँव मोड़ी खेड़ा की निवासी हैं। सनी बाई के
दिपक कांबळे: संविधान आपल्या जीवनाबरोबर आणि जीवनानंतरही आहे। आपल्या जन्मा आधीपासून ते मृत्यूनंतर सुद्धा संविधान आपल्या सोबत असते, आपल्या हितासाठी विकासासाठी, आपल्या हक्काच्या संरक्षणासाठी, माणूस
अमित: जो भी जाड़िया भाई से मिला है वह उनके भरे पूरे शरीर, लंबी सफेद धोती और मुस्कुराते चेहरे को कभी नहीं भूलेगा। मध्य प्रदेश
सुमन चौहान: उसका नाम नारायणी भील है, उम्र करीब 39 साल, पति का नाम है लालू राम। वह जिला चित्तौड़गढ़ के भदेसर तहसील के होड़ा