धर्मेन्द्र यादव: सन् 2008 में एक एनेमीशेन फिल्म आई, वॉल-ई। इस फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह से दुनिया अपने द्वारा बनाई गई वस्तुओं

युवाओं की दुनिया
धर्मेन्द्र यादव: सन् 2008 में एक एनेमीशेन फिल्म आई, वॉल-ई। इस फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह से दुनिया अपने द्वारा बनाई गई वस्तुओं
कोर्दुला कुजूर: कहा जाता है कि किसी भी समाज की भाषा-संस्कृति और वहाँ की परम्परा उस समाज का आईना होते हैं। हम मानते हैं और
अखिलेश: मनरेगा के काम में मजदूरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लिखित में काम मांगने के बावजूद उन्हें सही समय पर काम
गोपाल लोधियाल : उत्तराखंड के चमोली जिले में जहाँ से अलकनंदा बह रही है, इसके सिरहाने पर बसे हुए हेलंग गाँव के लोग आजकल अपने
ବାଲକ୍ରିଷ୍ଣ ଷାଣ୍ଡ/ बालकृष्ण साण्ड: ଦେଶରେ କ୍ରୁଷି ଓ କ୍ରୁଷକର ସଂକଟ ଦେଖାଦେଇଛି। ବିଶେଷ ଅବିକଶିତ ରାଜ୍ଯ ରେ ସ୍ଥିତି ଭୟଙ୍କର। ଦରଦାମ ବ୍ରୁଦ୍ଧି ସମସ୍ୟା କୁ ଆହୁରି ଜଟିଳ କରୁଛି। କ୍ରୁଷି କାମ
शैलेन्द्र राजपूत: उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले के कबरई क्षेत्र में पत्थर खनन से हज़ारों की मौत पर सरकारों ने चुप्पी साध रखी है। मैं