अमित: कहा जा रहा है कि भारत विश्व के सबसे जवान देशों में से एक है। हमारी आबादी का एक तिहाई से अधिक हिस्सा, चौदह
Author: अमित / Amit
अमित, सामाजिक परिवर्तन शाला से जुड़े हैं और मध्य प्रदेश के बड़वानी ज़िले में एक वैकल्पिक शिक्षा के प्रयोग पर शुरू हुआ स्थानीय स्कूल - आधारशिला शिक्षण केन्द्र चलाते हैं।
हम गरीब कैसे बने – 2 : “घर बखर सब आपका लेकिन डेहरी के अंदर पांव मत रखना!”
आदिवासियों से ज़मीन छिनने की कहानी अमित: मध्य प्रदेश के सतना ज़िले के श्री साधूराम से सुनकर अमित ने लिखी यह कहानी सतना ज़िले के
हम गरीब कैसे बने? – 1 : चित्रकूट ज़िले के मवासी आदिवासियों की ज़मीन कैसे छिन गई?
अमित: कान्ता मवासी, ग्राम डाणी टोला, पंचायत पटना खुर्द व राजकुमार यादव, मझगवॉं द्वारा सुनाई गई बात के आधार पर। आदिवासी गरीब कैसे हुए? मैं
आखिर हम लोग ऐसे क्यों हैं?
कोरोना महामारी के समय भी कालाबाज़ारी! अमित: आजकल एक बात बहुत चल रही है सोशल मीडिया में कि हमारे देश के लोग ऐसे क्यों हैं
गुलामगिरी पुस्तक – जातीय शोषण से लड़ने का ज़रूरी वैचारिक हथियार
अमित: आज भी देश के गाँवों में ऐसा माहौल है कि एक दलित किसी उच्च जाति के लोगों के ख़िलाफ़, बिना पिटने की संभावना के
जोश-ए-जवानी ज़िन्दाबाद! खेती-किसानी ज़िन्दाबाद
अमित: आज देश में चल रहे किसान आंदोलन को तीन महीने से ज़्यादा हो गये। इस बीच खेती की समस्यओं पर और किसानों के मुद्दे