गोपाल पटेल: मैं परीक्षा हूँ, परायों की इच्छा हूँ, लोग मेरी इच्छा करते हैं। मुझे पाने की ओर, जिद्दजहत करते हूँ, मैं परीक्षा हूँ, परायों

युवाओं की दुनिया
गोपाल पटेल: मैं परीक्षा हूँ, परायों की इच्छा हूँ, लोग मेरी इच्छा करते हैं। मुझे पाने की ओर, जिद्दजहत करते हूँ, मैं परीक्षा हूँ, परायों
हमारे गाँव के सरकारी विद्यालय में समय पर अध्यापकों का नहीं आना, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों के साथ जाति आधारित भेदभाव बहुत आम था और पढ़ाई का स्तर भी अच्छा नहीं था।
मेरे पापा ऐसी परिस्थिति से एकदम भी नही घबराते हैं। उनका हँसता हुआ चेहरा हम सभी को बहुत हिम्मत दे रहा है। सच्चाई को परेशान किया जा सकता है, लेकिन सच्चाई को मिटाया नही जा सकता।
जब मांडवी बीडीओ के दफ्तर पहुंची तो उसके स्टाफ ने कहा कि 1100 रुपए देंगी तो आपको जोड़ देंगे। यह सुनकर मांडवी बोली, “हम यहाँ बिकने के लिए नहीं आए हैं, जो करते हैं अपनी मर्ज़ी से करते हैं। हमें नहीं करनी आपकी नौकरी, हमें जो काम अच्छा लगेगा वही काम करेंगे।”
नौशेरवाँ आदिल: तुम मंदिरों में करो पूजा-पाठ तो तुम देश भक्त, मैं मस्जिदों में पढ़ूँ नमाज़ तो में आतंकवादी! तुम रामनवमी में तलवार लेकर चलो
शंभू लाल भील: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ ज़िले के गाँव सजनपुरा की भील बस्ती में 38 वर्षीय आदिवासी भील जनजाति की महिला पारसी बाई भील को