राज वसावा: भारत देश के आदिवासी क्षेत्रों मे शासन प्रणाली पारंपरिक तौर पर तय होती है, चुनाव से जीती हुई सरकार के शासन से कई

युवाओं की दुनिया
राज वसावा: भारत देश के आदिवासी क्षेत्रों मे शासन प्रणाली पारंपरिक तौर पर तय होती है, चुनाव से जीती हुई सरकार के शासन से कई
शिवांशु मिश्रा: पिछले दिनों अपनी लाइब्रेरी में किताबें खोजने के दौरान एक शीर्षक देखकर अचानक रुक गया और किताब को झट से उठा लिया। आमतौर
विश्वजीत नास्तिक: तुम पिज़्ज़ा बर्गर खाओ तो तुम अच्छे हो,अगर हम लिट्टी-चोखा खाए तो हम बिहारी हैं! तुम कोट, पैंट और टाई पहनो तो तुम
गोपाल पटेल: साहब यहाँ तो घोषणाएँ होती हैं।अमल होना तो, बाकी है। बेरोज़गार युवा आस लगाए बैठे हैं।इस उम्मीद में…कि घोषणा वीर मामा…नौकरी निकालेगा…इस उम्मीद
स्वप्निल: हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने एक फ़ैसले में कहा कि पोसको (POSCO) कानून का उद्देश्य बच्चों (नाबालिगों) को लैंगिक अपराधों से
अरबिंद भगत: हम अच्छे भले जी रहे थेइस दुनिया से दूर,जिसे सभ्य कहा जाता है आज। हम जी रहे अपनी ज़िंदगी,उन जंगलों के साथ,जो हमें